जानिए कौन हैं देवबंद सीट पर सपा में घमासान मचाने वाले माविया

देवबंद
यूपी के देवबंद सीट पर सपा उम्मीदवारी को लेकर घमासान मचा हैं। आखिरी दिन पूर्व विधायक माविया के नामांकन करने बाद सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। इसको लेकर कार्तिकिये राणा और अली के बीच घमासान मच गया है। हालांकि मुजफ्फरनगर में पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ऐलान करते हुए कार्तिकेय राणा देवबंद विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया था। उधर, अब सभी की निगाहें इस सीट पर हो रही हलचल पर है। आपको बता दें कि माविया वही हैं जिन्होंने एक बयान देते हुए कहा था कि मैं पहले मुसलमान हूं उसके बाद भारतीय कोई हमारे ऊपर जबरदस्ती नहीं कर सकता। दरअसल माफिया ने देवबंद सीट से अपने आप को सपा का प्रत्याशी बता रहे हैं। माविया ने खुद को अधिकृत प्रत्याशी बताते हुए कहा कि मेरे पास ए बी और सी फॉर्म है। इसके आधार पर सपा से किया गया कोई दूसरा नामांकन कैंसिल हो जाएगा। टिकट बदलाव की सूचना देते हुए अली के समर्थकों ने ढोल-नगाड़े के साथ गुरुवार की रात मिठाइयाँ बाँटी थी। इस दौरान भारी संख्या में उनके समर्थक इकट्ठा हो गए। बाद में पुलिस ने उन सबको भगाया और कोरोना के उल्लंघन को लेकर 22 नामजद समर्थकों के अलावा 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज की थी।
माविया अली का राजनीतिक सफर
दरअसल, माविया अली का राजनीतिक सफर में पूर्व मंत्री स्वर्गीय राजेंद्र राणा का बहुत अहम योगदान रहा। राजेंद्र राणा ने ही माविया को राजनीति ककहरा सिखाया। 2012 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में देवबंद नगरपालिका परिषद का सभासद रहते हुए माविया ने राजेंद्र राणा के चुनाव की कमान संभाली थी। राणा चुनाव जीतकर प्रदेश सरकार में मंत्री बने। इसके बाद हुए नगरपालिका चुनाव में माविया अली ने चुनाव जीतकर चैयरमैन बन गए। 2017 यूपी विधानसभा चुनाव में समाजवादी और कांग्रेस का गठबंधन होने पर देवबंद सीट सपा के खाते में चली गई। इसके पर माविया सपा में शामिल हो गए। सपा के टिकट पर माविया जीत हासिल की ।